सदाचार। प्र॰। किसका आचरण प्रमाण। उ॰। अमुक स्मृति विशेष द्वितीय अध्याय। सरस्वतीदृषद्वत्योर् देवनद्योर्यदन्तरम् ॰ तस्मिन्देशे य आचारः ॰ स सदाचार उच्यते ॥१८॥ क्योंकि आज सरस्वती नदी लुप्त है यह देशकाल सीमित सदाचार प्रमाण वर्तमान में अनुपलब्ध।
प्र॰। आचार्य कौन। उ॰। अमुक स्मृति विशेष अ॰२ सू॰१४० । ॰ यः शिष्यं वेदमध्यापयेद्द्विजः ॰ तमाचार्यं प्रचक्षते।
बृहदारण्यकोपनिषद २॰१ भाष्य। ॰ मुख्यब्रह्मविदा अजातशत्रुणा अमुख्यब्रह्मविद्गार्ग्यो ॰ ॥१४॥ प्रतिलोमं ॰ उपगच्छेत् शिष्यवृत्त्या ॰ एतदाचारविधिशास्त्रेषु निषिद्धम्। तस्मात् तिष्ठ त्वम् आचार्य एव सन्। विज्ञपयिष्याम्येव त्वामहम् ॥१५॥ अर्थात शास्त्र निषेध मानकर गुरु बने बिना विज्ञप्त किया।
महाभारत। इतिहासपुराणाभ्यां वेदं समुपबृंहयेत्। आदिपर्व प्रथम अध्याय २६७।
सनत्सुजातीय भाष्य। परमकारुणिकः सर्वज्ञः सन् ब्रह्मविद्यां विशिष्टाधिकारिविषयां मन्वानः ॰ अमुकयोनिजत्वादौपनिषदब्रह्मात्मतत्त्वज्ञाने नाहमधिकृतः। अर्थात ज्ञान से अधिकार प्राप्त नहीं होता।
गीता। सङ्करस्य च कर्ता स्यामुपहन्यामिमाः प्रजाः॥ भाष्य। मम ईश्वरस्य अननुरूपमापद्येत॥ https://www.gitasupersite.iitk.ac.in/srimad?htshg=1&scsh=1&&language=dv&field_chapter_value=3&field_nsutra_value=24
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अद्य गुरुवार विश्वावसु कार्तिक शुक्ल द्वितीया।
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